राजस्थान के मुख्यमंत्री की घोषणा: आज होगी विधानसभा चुनावों में पार्टी की जीत के बाद कई दिनों की प्रत्याशा समाप्त।
राजस्थान में चुनाव हुए कई दिन बीत चुके है, लेकिन उसके बाद भी अभी तक बहुमत के साथ जीती भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान में अपना मुख्यमंत्री नहीं बनाया है। लेकिन उम्मीद की जा रही है कि राजस्थान का नया मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका खुलासा 12 दिसंबर को होने वाली भारतीय जनता पार्टी की विधायक दल की बैठक के साथ खत्म हो सकती है.
कौन कौन है मौजूद
भजनलाल शर्मा, जो कि भाजपा के राज्य महासचिव और विधायक है, उन्होंने कहा कि बैठक पार्टी के राज्य मुख्यालय में भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और दो सह-पर्यवेक्षकों – राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पांडे और राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े की उपस्थिति में होगी।
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उन्होंने कहा कि सभी नवनिर्वाचित विधायकों को बैठक में अनिवार्य रूप से शामिल होने को कहा गया है. बैठक में मुख्यमंत्री की घोषणा होगी.
महिला मुख्यमंत्री या जनरल केटेगरी से
इन चुनावो के बाद ये भी देखा गया कि भाजपा ने छत्तीसगढ़ में आदिवासी चेहरा और मध्य प्रदेश में ओबीसी को सीएम बनाया है. अब देखना है कि छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के बाद बीजेपी राजस्थान में महिला या सामान्य वर्ग का सीएम चुन सकती है.
इधर राजस्थान में भाजपा के पास पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, गजेंद्र सिंह शेखावत और अश्विनी वैष्णव है, जो राजस्थान में मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे बताए जा रहे हैं.
भाजपा ने इन चुनावो में बहुमत के साथ रिकॉर्ड जीत दर्ज करते हुए 199 सीटों में से 115 सीटें जीतीं। एक निर्वाचन क्षेत्र में एक उम्मीदवार की मृत्यु के कारण मतदान स्थगित कर दिया गया था।
भाजपा में शक्ति प्रदर्शन नहीं…
चुनावो के परिणाम 3 दिसंबर 2023 को आ चुके थे, उसके बाद से घटनाकर्म कई रास्तो पर चला। कई भाजपा विधायकों ने पूर्व मुख्यमंत्री राजे से मुलाकात की है, जिसे समर्थन प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है, लेकिन सब जानते है की सभी अटकलों के बीच पार्टी इस बार सबको चौका सकती है।
हालांकि, चुनाव हारने वाले राजेंद्र राठौड़ समेत पार्टी नेताओं ने कहा कि बीजेपी में शक्ति प्रदर्शन की कोई परंपरा नहीं है.
उन्होंने सोमवार को कहा कि विधायक शुभकामनाओं का आदान-प्रदान करने के लिए वरिष्ठ नेताओं से मिलने जाते हैं और इसे केवल सामन्य शिष्टाचार्य के रूप में ही देखा जाना चाहिए, और कहा कि राज्य में सभी भाजपा नेता एकजुट हैं।