Sovereign Gold Bond Investment :
सॉवरेन गोल्ड बांड में निवेश करने वालो के लिए खुशखबरी है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया फिर से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की अगली सिरीज 18 दिसंबर 2023 को ला रहा है.
अगर आप भी इसमें निवेश करना चाहते हैं तो आपके पास 22 दिसंबर तक का मौका है.
सॉवरेन गोल्ड बांड का इश्यू प्राइस 6199 रुपए प्रति ग्राम तय किया गया है.लेकिन ऑनलाइन खरीददारी करने वालो को 50 रुपए प्रति ग्राम का डिस्काउंट दिया जायेगा. ऑनलाइन Sovereign Gold Bond खरीदने वालो के लिए उसकी कीमत 6149 रुपए प्रति ग्राम रहेगी.
लेकिन अब सवाल कई है जैसे कि क्या ये एक सही निवेश है ? Sovereign Gold Bond कहाँ से खरीद सकते हैं और इसके टेक्स रूल्स क्या होंगे। आज की खबर में हम ये सब बातें बताएँगे।
Sovereign Gold Bond कहाँ से लें ?
भारत में ट्रेडिशनल इन्वेस्टमेंट अच्छा माना जाता है क्यूंकि वो सेफ होता है, उसके लिए आप भी Sovereign Gold Bond में invest करना चाहते हैं तो शेड्यूल कमर्शियल बैंक, Post Office, भारतीय शेयर होल्डिंग निगम लिमिटेड (SHCIL), भारतीय निपटान निगम लिमिटेड (CCIL), नामित डाकघरों, National Stock Exchange India limited और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (BSE) के प्लेफॉर्म से खरीद सकते हैं।
18 दिसंबर को चूक जाने वाले निवेशकों के लिए Sovereign Gold Bonds की नेक्स्ट डेट 12-16 फरवरी होगी. RBI भारत सरकार की तरफ से गोल्ड बॉन्ड जारी करता है.
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अब जानते हैं Sovereign Gold Bond Investment के फायदे –
- गोल्ड घर में रखने की चिंता नहीं
- फिज़िकल गोल्ड पर ३% GST लेकिन गोल्ड बांड GST के दायरे से बाहर
- गोल्ड बांड खरीदने वाला किसी को ट्रांसफर भी कर सकता हैं
- पैसो की ज़रूरत होने पर गोल्ड बांड पर लोन का ऑप्शन भी
- फिज़िकल गोल्ड ना होने से शुद्धता की परेशानी नहीं
- मेच्योरिटी के समय टैक्स नहीं
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लेकिन Sovereign Gold Bond पर टैक्स रूल?
अक्सर ये सवाल आता है कि 8 साल के बाद अब गोल्ड बांड निकालेंगे तो क्या उस पर केपिटल गेन टेक्स लगेगा तो उसका जवाब है “नहीं”. गोल्ड बांड पर कोई कैपिटल गेन टैक्स नहीं। हां लेकिन गोल्ड बांड पर मिलने वाले ब्याज की रकम टेक्स के दायरे में आती है।
वहीँ अगर निवेशक मेच्योरिटी से पहले गोल्ड बांड को तोड़ता है तो उस पर केपिटल गेन टैक्स लगेगा।
इसमें जानने वाली बात ये भी है कि गोल्ड बांड का इंट्रेस्ट निवेशक के बैंक में हर 6 महीने में डिपाजिट किया जाता है. यह इंट्रेस्ट इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के अंडर टैक्सेबल है. लेकिन टेक्स उस आधार पर लागू होता है कि टेक्स देने वाला कौनसी टेक्स स्लैब में आता है. हालांकि मैच्योरिटी पर मिलने वाला रिटर्न टैक्स फ्री है.
अधिक जानकरी के लिए RBI की ऑफिसियल वेबसाइट विजिट करें
https://www.rbi.org.in/commonperson/English/Scripts/FAQs.aspx?Id=1658
अभी तक निवेशकों ने कितना कमाया –
ये पढ़ के आपकी आँखों में चमक आ जाएगी कि Sovereign Gold Bond की पहली इन्स्टालमेन्ट ने निवेशकों को 12.9% सालाना रिटर्न दिया है, जिसमें 2.75% सालाना का निश्चित ब्याज (वर्तमान में 2.5 प्रतिशत तक कम) भी शामिल है.
2015 में जब सोवेनर गोल्ड बांड जारी हुआ था तो स्कीम के तहत प्रति ग्राम की कीमत 2,684 रुपये थी , वहीं मेच्योर होने पर प्रति ग्राम की कीमत 6,132 रुपये हो गई. अगर RBI डाटा देखें तो पहली किस्त से 245 करोड़ रुपये का निवेश हुआ.
कितना कर सकते हैं निवेश
अगर आप भी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में इन्वेस्ट करना चाहते हैं तो आपको ये भी जानना ज़रूरी है कि आपको कम से कम 1 ग्राम गोल्ड में इन्वेस्ट करना जरूरी है. एक निवेशक अधिक से अधिक 4 किग्रा और किसी ट्रस्ट एक फाइनेंशियल ईयर में ज़्यादा से ज़्यादा 20 किग्रा गोल्ड बॉन्ड में इन्वेस्ट कर सकता है. भारत का कोई भी निवासी व्यक्ति और हिंदू अविभाजित परिवार, ट्रस्ट, विश्वविद्यालय और धर्मार्थ संस्थान सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना में निवेश करने के योग्य हैं.