कोटा में 27 वर्षीय इंजीनियर की हार्ट अटैक से मौत: युवाओं में बढ़ती हार्ट अटेक की चिंता
risk-of-heart-attacks-in-young-age-in-india – कोटा शहर के महावीर नगर विस्तार योजना में बुधवार रात एक दुखद घटना हुई, जहां 27 साल के एक युवा इंजीनियर की हार्ट अटैक से मौत हो गई। वह रात 10 बजे के करीब खाना खाने के बाद वॉक कर रहे थे, जब अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। परिवारजन तुरंत उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि वह आरएएस परीक्षा की तैयारी कर रहे थे।
READ MORE – क्या आप भी बेचते हैं अपना मोबाइल – होंगे साइबर ब्लैकमेलिंग का शिकार
राजस्थान में दिल की बीमारियों से 50,000 से अधिक मौतें: ICMR रिपोर्ट
ICMR की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 4 करोड़ से अधिक लोग दिल की बीमारी से ग्रसित हैं, और हर साल 7 लाख लोग हार्ट अटैक के कारण अपनी जान गंवा बैठते हैं। राजस्थान में यह आंकड़ा 50,000 के पार पहुंच गया है। डॉक्टरों का मानना है कि डायबिटीज इस बीमारी का सबसे बड़ा कारण है। देश में लगभग 8 करोड़ लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं, जो इंग्लैंड की जनसंख्या के बराबर है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर हार्ट अटैक से बचना है, तो डायबिटीज को नियंत्रण में रखना अत्यंत आवश्यक है।
READ MORE – Top 5 IMDB Hindi Movie in 2023 – पांचवी मूवी को जानवर भी कहा।
जवानी में दिल की बीमारी के आंकड़ें
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, हर साल लगभग 6 करोड़ लोगों की मौत होती है, जिनमें से 32% मौतें कार्डियोवस्कुलर डिजीज के कारण होती हैं। यह बीमारी विश्वभर में सबसे अधिक मौतों का कारण बन रही है। पहले, हार्ट डिजीज के ज्यादातर मामले 60 साल से अधिक उम्र के लोगों में देखे जाते थे, लेकिन अब 30 साल से कम उम्र के युवा भी इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। खासकर कोविड के बाद हार्ट अटैक के मामलों में तेजी से वृद्धि देखी गई है।risk-of-heart-attacks-in-young-age-in-india
Buy This From Amazon, Click Here
कम उम्र में दिल की बीमारी के प्रमुख कारण
- अनहेल्दी लाइफस्टाइल: देर रात तक जागना, सुबह देर से उठना, एक्सरसाइज न करना, फास्ट फूड और तली-भुनी चीजों का सेवन, यह सभी आदतें डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और मोटापे जैसी लाइफस्टाइल बीमारियों का कारण बनती हैं, जो आगे चलकर हार्ट अटैक का खतरा बढ़ाती हैं।
- हाई ब्लड प्रेशर: हाई ब्लड प्रेशर हार्ट अटैक का सबसे बड़ा रिस्क फैक्टर है। यह दिल पर अधिक दबाव डालता है, जिससे हार्ट अटैक या अरेस्ट की संभावना बढ़ जाती है।
- हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल: कोलेस्ट्रॉल की उच्च मात्रा ब्लड वेसल्स में जमकर खून की आवाजाही को बाधित करती है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
- फैमिली हिस्ट्री: अगर किसी व्यक्ति के पेरेंट्स या भाई-बहन को 60 साल से कम उम्र में हार्ट अटैक हुआ है, तो उस व्यक्ति में भी हार्ट अटैक की संभावना अधिक होती है।
- स्मोकिंग: स्मोकिंग भी हार्ट अटैक का बड़ा कारण है, खासकर बच्चों और युवाओं में। भारत में 10 से 14 साल के लगभग 2 करोड़ बच्चे तंबाकू और सिगरेट की लत में फंसे हुए हैं।
- डायबिटीज: डायबिटीज के मरीजों में हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल का खतरा बढ़ जाता है, जिससे हार्ट की मसल्स कमजोर हो जाती हैं और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है।
- ओबिसिटी: मोटापा कई लाइफस्टाइल बीमारियों का कारण बनता है, जो दिल की सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक हैं।
- कोविड इंफेक्शन के प्रभाव: कोरोना वायरस ने फेफड़ों, किडनी और ब्लड वेसल्स को कमजोर कर दिया है, जिससे हार्ट अटैक के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। कुछ स्टडीज ने तो कोविड वैक्सीन को भी इस बढ़ोतरी का एक कारण बताया है।
दिल की सेहत के लिए क्या करें:
- हर दिन हल्का व्यायाम करें।
- खानपान पर विशेष ध्यान दें, खासकर फेट और नमक की मात्रा को कम करें।
- स्मोकिंग से दूर रहें।
- अपनी डेली रूटीन में योग और वॉक करें, ताकि आपका दिल स्वस्थ रह सके।
इस तरह के उपाय अपनाकर आप अपने दिल को स्वस्थ रख सकते हैं और हार्ट अटैक के खतरे को कम कर सकते हैं।