JN.1 COVID-19 का नया वेरिएंट, पहला मरीज़ केरला में मिला
हाल ही के दिनों में COVID-19 का नया वर्ज़न JN.1 के रूप में वापसी कर रहा है। इसके लिए, केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को COVID-19 वायरस को बढ़ने से रोकने के लिए और अधिक कड़े सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को लागू करने की सलाह दी है. कोविद-19 का नया वर्ज़न JN.1 भारत में पहुंच चुके है, वो विशेष रूप से केरल में लोगो को संक्रमित कर रहा है।
रिपोर्ट्स के अनुसार दिसंबर महीने की 8 तारीख को, केरल में COVID-19 के एक नए वेरिएंट, JN.1 का पहला मरीज़ सामने आया था, जिससे भारत में दो साल बाद स्वस्थ सम्बंधित चिंताएं ला दी है।
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इस बीच, केंद्र सरकार ने राज्यों से आग्रह किया है कि वे COVID-19 निगरानी के लिए केंद्र सरकार के लिए मेडिकल गाइड लाइन का सख्ती से पालन करें और अपने सभी जिलों में व्यापक स्वास्थ परीक्षण करवाते रहे।
जानिए क्या लिखा है एडवाइज़री में
- केंद्र सरकार के द्वारा जारी की गई एडवाजरी में कहा गया है की राज्यों को सलाह दी जाती है कि वे कोविड-19 के जोखिम को कम करने के लिए ज़्यादा से ज़्यादा सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय और अन्य व्यवस्थाएं करें।
- एडवाजरी में ये भी लिखा है कि राज्यों से केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा दिए गए कोरोनोवायरस के लिए नयी प्लानिंग को विस्तार से और नयी गाइड लाइन को प्रभावी रूप से लागू किया जाना सुनिश्चित करें।
- केंद्र द्वारा सभी राज्यों को राज्यों को जिला-वार इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी को नियमित निगरानी रखने और उनकी रिपोर्ट देने को कहा है।
- JN.1 जो कि COVID-19 का नया वेरिएंट बताया जा रहा है उसके लिए राज्यों को सलाह दी गई है कि वे सभी जिलों में कोविड-19 के पर्याप्त परीक्षण गाइड लाइन के अनुसार सुनिश्चित करें और आरटी-पीसीआर और एंटीजन टेस्ट भी लगातार करने के निर्देश दिए हैं।
- JN.1 के लिए केंद्र की राज्यों को नयी गाइड लाइन में आरटी-पीसीआर टेस्ट की संख्या बढ़ाने और पॉजिटिव सेम्पल्स INSACOG की लेबोरेट्री भेजने के लिए कहा गया है ताकि देश में नए वेरिएंट, यदि कोई हो, तो उसका समय पर पता लगाया जा सके।
- केंद्र ने ये भी कहा है कि COVID-19 के नए वेरिएंट से निपटने के लिए राज्यों को अपनी तैयारियों और क्षमताओं का जायजा लेने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आयोजित ड्रिल में सभी सार्वजनिक और निजी स्वास्थ्य सुविधाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी।
- केंद्र की ये नयी एडवाइज़री इसी सप्ताह भारत में नए JN.1 वैरिएंट के पहले मामले के सामने आने के बाद आई है। यह संक्रमण केरल में भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम की चल रही रेगुलर निगरानी गतिविधि में पता चली थी।
- देश में JN.1 वेरिएंट की पहली मरीज़ एक 79 वर्षीय महिला है जिसमें हल्के इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षण हैं। डॉक्टरों ने कहा कि वह अपनी बीमारी से पूरी तरह ठीक हो चुकी हैं।
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क्या है JN.1 वेरिएंट
JN.1 स्वास्थ जगत में एक्सपर्ट्स के बीच चिंता का विषय बाना हुआ है और ये वैरिएंट दुनिया भर में बढ़ते संक्रमण का कारण बन रहा है। ये वेरिएंट सबसे पहले लक्ज़मबर्ग में पाया गया था, JN.1 वैरिएंट तब से 20 से अधिक देशों में फैल गया है। इसी साल15 दिसंबर को चीन में इस सबवेरिएंट के सात मामले पाए गए।